Eid 2019: जानें क्यों मनाई जाती है ईद और क्या है इसका महत्व
ईद का पर्व मुसलमानों का सबसे बड़ा पर्व माना जाता है। ये त्यौहार रमजान के महीने के बाद आता है। इस दिन लोग एक-साथ मिलकर नमाज अदा करते है और लोगों की ईद की शुभकामनाएं देते हैं।
नई दिल्लीः आज दुनियाभर में लोग बड़े उत्साह से ईद मना रहे हैं। यह त्यौहार रमजान के पवित्र महीने के बाद आता है। रमजान के पवित्र महीने में लोग उपवास रखते है।ईद मुस्लिमों का सबसे बड़ा त्यौहार माना जाता है। इस दिन सारे मुसलमान मस्जिद में जाकर नमाज अदा करते हैं। लोगों के गले मिलकर ईद की शुभकामनाएं देते है। ईद-उल-फितर का पर्व रमजान का चांद डूबने और ईद का चांद नजर आने पर मनाया जाता है। इस बार ईद यानी आज 5 जून को मनाई जा रही हैं।
ईद के इस खास मौके पर हम आपको बताएंगे ईद क्यों और कैसे मनाई जाती है। ईद उल-फितर को लेकर कहा जाता है कि पैगम्बर हजरत मुहम्मद ने बद्र के युद्ध में जब जीत हासिल की थी, इसी जीत की खुशी को लोगों ने ईद का नाम दिया था। पहली बार ईद का त्यौहार 624 ई. में मनाया गया।
ईद के दिन लोग एक-दूसरे को अपने घर दावत का न्यौता देते हैं। 30 दिन के रोजे खत्म होने के बाद ईद के दिन कई तरह के पकवान और मीठी सेवई बनाई जाती हैं। माना जाता है इस दिन जो भी इनके घर मेहमान बनकर आता है उसे उस दिन बिना ईदी के घर से नहीं भेजा जाता। इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार ईद का त्यौहार साल में दो बार मनाया जाता है।
एक बार मीठी ईद मनाई जाती है दूसरी बार बकरीद मनाई जाती है। मीठी ईद रमजान महीने की आखिरी रात के बाद मनाई जाती है और बकरा ईद रमजान महीने के 70 दिन बाद मनाई जाती है। मीठी ईद को ईद उल-फितर कहा जाता है। बकरा ईद को कुर्बानी की ईद माना जाता है। इस ईद को ईद उल-जुहा कहा जाता है।
ईद के दिन मुसलमान मिलकर मस्जिद में नमाज अदा करते है। लोगों के गले मिल उन्हें मिठाईयां बांटते हैं। एक-दूसरे के साथ मिलकर खाना खाते है और अल्लाह से सबकी खुशियों की दुआ करते हैं।
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जम्मू-कश्मीर: पुलवामा में आतंकियों ने महिला को मारी गोली, श्रीनगर में हुई पत्थरबाजी
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादियों ने गोली मारकर एक महिला की हत्या कर दी और एक नाबालिग लड़के को घायल कर दिया। वहीं श्रीनगर में सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी हुई।
पुलवामा: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के एक गांव में बुधवार को अज्ञात बंदूकधारियों ने हमला किया, जिसमें एक महिला की मौत हो गई और एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया। अधिकारियों ने कहा कि इस हमले के पीछे आतंकवादी थे। राज्य पुलिस ने हमले के बाद ट्वीट किया, 'आतंकवादियों ने नागरिकों पर गोलीबारी की जिसमें एक महिला नगीना बानो की मौत हो गई और एक अन्य नागरिक मोहम्मद सुल्तान घायल है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।' 2017 में आतंकवादियों द्वारा महिला के पति को भी मार दिया गया था।
वहीं श्रीनगर में जामा मस्जिद के पास पत्थरबाजों ने सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी की। इसके अलावा यहां आतंकवादी जाकिर मूसा और संयुक्त राष्ट्र में नामित आतंकवादी मसूद अजहर के समर्थन में पोस्टर भी दिखे। अधिकारियों ने बताया कि ईद की नमाज के बाद पुराने शहर के कुछ हिस्सों में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प हो गई। उत्तरी कश्मीर के सोपोर और दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग से भी झड़प की सूचना है।
आतंकी घटना की ये खबर ऐसे समय में आई है, जब देशभर में ईद मनाई जा रही है। सुरक्षाबलों ने अपने मुखबिरों द्वारा जमीन पर उपलब्ध कराए गईं खुफिया सूचनाओं पर कार्रवाई करते हुए साल के पहले पांच महीनों में आतंकवाद विरोधी अभियानों में 101 आतंकवादियों को मार गिराया है। 2018 और 2017 में, जनवरी से मई तक, सुरक्षाबलों ने क्रमशः 70 और 57 आतंकवादियों को मारने में कामयाबी हासिल की थी।
आतंकवाद के खिलाफ अधिकांश ऑपरेशन दक्षिण कश्मीर के चार जिलों- पुलवामा, शोपियां, कुलगाम और अनंतनाग में चलाए गए।
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ईद पर ममता बनर्जी का बीजेपी को संदेश! 'जो हमसे टकराएगा वो चूर चूर हो जाएगा'
भाईचारा का पर्व ईद देश और दुनिया में मनाया जा रहा है। इस मौके पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीजेपी पर जोरदार हमला किया।
कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने बुधवार (05 मई) को ईद के मौके पर कोलकाता में अप्रत्यक्ष रूप से बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि जो हमसे टकराएगा वो चूर चूर हो जाएगा। ये हमारा नारा है। साथ ही उन्होंने कहा कि त्याग का नाम है हिंदू, ईमान का नाम है मुसलमान, प्यार का नाम है इंसान। सिखों का नाम है बलिदान।
ममता ने आगे कहा कि डरने की कोई बात नहीं है। मुद्दई लाख बुरा चाहे तो क्या होता है, वही होता है जो मंजूर-ए-खुदा होता है। कभी-कभी जब सूरज उगता है, तो उसकी किरणें बहुत कठोर होती हैं लेकिन बाद में वह दूर हो जाती हैं। डरो मत, जितनी तेजी से उन्होंने ईवीएम पर कब्जा कर लिया, उतनी ही तेजी से वे चले जाएंगे।
इससे पहले हाल ही में ममता बनर्जी ने आरोप लगाया था कि बीजेपी बार-बार 'जय श्री राम' का इस्तेमाल कर धर्म को राजनीति में मिला रही है। नफरत की विचारधारा का प्रचार-प्रसार कर रही है। उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा था, 'जय सिया राम, जय रामजी की, राम नाम सत्य है आदि के धार्मिक और सामाजिक निहितार्थ हैं। लेकिन बीजेपी धार्मिक नारे जय श्री राम को अपनी पार्टी के नारे के तौर पर गलत तरीके से इस्तेमाल कर धर्म को राजनीति से मिला रही है।'
उधर पश्चिम बंगाल से बीजेपी के नवनिर्वाचित सांसद अर्जुन सिंह ने कहा, 'हमने सीएम ममता बनर्जी को 10 लाख पोस्टकार्ड भेजने का फैसला किया है जिन पर 'जय श्रीराम' लिखा होगा। उन्होंने यह बात बीजेपी कार्यकर्ताओं पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किए जाने के बाद कही थी जो उस स्थान के बाहर प्रदर्शन के दौरान 'जय श्रीराम' के नारे लगा रहे थे जहां टीएमसी के नेता बैठक कर रहे थे। टीएमसी के विधायक रह चुके अर्जुन सिंह लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हुए थे।
हाल में सम्पन्न लोकसभा चुनाव में बीजेपी कुल 42 सीटों में से 18 सीटें जीतकर बंगाल में एक राजनीतिक ताकत के तौर पर उभरी है। उसके बाद से टीएमसी के नेता बीजेपी में शामिल हो रहे हैं।
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